जगह-जगह निकाले गए जुलूस ए मोहम्मदी
स्वार. नगर सहित क्षेत्र में ईद मिलादुन्नबी के मौके पर जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया। हुजूर की आमद मरहबा, नारा ए तकबीर अल्लाह हू अकबर की सदाओं के बीच फिजाय गूंज उठी। हुजूर अकरम सल्लल्लाहू अलैही वसल्लम की योमें पैदाइश को लेकर ज़ुलुसे मोहम्मदी धूमधाम के साथ निकल गया घोड़े की बुग्गियों पर सवार उलेमा इकराम ने हुजूर की योमे पैदाइश पर तफसील बयान की।
कहा की हुजूर की आमद से दुनिया भर में फैली तमाम बुराइयां दूर होती चली गई और नई रोशनी का उजाला फैल गया। हुजूर की आमद मरहबा रसूल की आमद मरहबा की सदाओं के बीच जुलूस आगे बढ़ता गया जुलूस के आगे तालीबे इल्म हरा परचम लेकर आगे चल रहे थे। जुलूस के आगे कारों पर सजाई गई मक्का मदीना की आकृति भी आकर्षण का केंद्र रही। बिजार खाता जामा मस्जिद के इमाम कारी मौलाना खुर्शीद आलम ने कहा की दुनिया में हुजूर की आमद होते ही तमाम बुराइयां दूर होती चली गई लोग नेक राह पर चलने लगे और बुराइयों का रास्ता त्याग कर अल्लाह ताला की इबादत करने लगे।
हुजूर की आमद से दुनिया भर में नई रोशनी फैलती चली गई और बुराइयों का खात्मा होता चला गया सर्व समाज को एक दृष्टि से देखा गया और बराबर के हुकूक दिए गए। जुलूस का आगाज बिजारखाता मदरसा शमशुल इस्लाम से किया गया। नारा ए तकबीर अल्लाह हू अकबर की बुलंद आवाज के बीच स्वार बाजपुर मार्ग पहुंचा। मसवासी चौराहे से जुलूस को टांडा बाजपुर मार्ग डाइवर्ट करना पड़ा यहां से जुलूस सीधे खोद शरीफ पहुंचा और हजरत बैरंगशाह की दरगाह पर पहुंचकर तमाम उलेमा इकराम ने दुआए की। कोम और मुल्क की तरक्की के लिए हाथ उठाए गए।
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इसके अलावा मसवासी कसबे में भी जुलूस निकाला गया मानपुर उत्तरी, खानपुर उत्तरी, सेमरा लाडपुर, घोसीपुरा, मोलागढ़, समेत आसपास के गांव में जुलूस ए मोहम्मदी निकाले गए। नारा ए तकबीर अल्लाह हू अकबर की सदाओ से फिजाय गूंज उठी। जुलूस के दौरान पुलिस व्यवस्था तैनात रही।